देवघर :– श्रावण मास की पावन बेला में बाबा बैद्यनाथ की नगरी भक्तों से सराबोर है। दूर-दूर से लाखों श्रद्धालु सुल्तानगंज से गंगाजल लेकर पदयात्रा करते हुए बाबाधाम पहुंच रहे हैं। इसी बीच कांवरियों की सेवा में जगह-जगह निःशुल्क सेवा शिविर लगाए गए हैं, लेकिन इनमें एक विशेष शिविर ने सबका ध्यान अपनी ओर खींचा है । कांवरिया पथ में लगे महामंडलेश्वर कांवड़िया सेवा शिविर, जो झारखंड की महामंडलेश्वर श्री श्री 1008 राजेश्वरी नंद गिरी (रोज मौसी जी) के द्वारा संचालित किया जा रहा है।
यह सेवा शिविर अपनी विशेषताओं के लिए पूरे कांवरिया पथ पर चर्चा का विषय बना हुआ है। यहां सेवा का बीड़ा उठाया है किन्नर समाज, साधु-संतों, जूना अखाड़ा, गोरक्षनाथ संप्रदाय, नागा साधु और अघोर पंथ के साधुओं ने, जो चौबीसों घंटे बम भक्तों की सेवा में तत्पर हैं। हर दिन शिविर की शुरुआत बाबा भोलेनाथ के जलाभिषेक, पूजन, हवन और आरती के साथ होती है।
कांवरिया भक्तों की सेवा :– वही श्रद्धालुओं के लिए ठंडा पानी, शरबत, फलाहार, प्राथमिक उपचार और विश्राम की उत्तम व्यवस्था यहां की गई है। सेवा और भजन-पूजन का यह समावेश कांवरियों को नई ऊर्जा और अद्भुत आत्मिक शांति प्रदान कर रहा है।
इस मौके पर मौजूद कावरिया भक्तों ने कहा कि राजेश्वरी नंद गिरी “रोज मौसी” जी का देवभूमि पर होना, हमारे लिए सौभाग्य और गर्व की बात है। उन्होंने जिस श्रद्धा और समर्पण से यह शिविर स्थापित किया है, वह पूरे समाज के लिए प्रेरणा है।
इस मौके पर महामंडलेश्वर राजेश्वरी नंद गिरी जी ने सभी जजमानों, भक्तों और सहयोगियों को हृदय से धन्यवाद देते हुए शासन-प्रशासन का भी आभार प्रकट किया। उन्होंने कहा कि “इस बार की व्यवस्था इतनी सुचारू और सुदृढ़ है कि किसी भी कांवरिया को किसी तरह की कोई कठिनाई नहीं हो रही है।”
महिला कांवरिया भक्तों को आर्थिक मदद : – इसी सेवा शिविर में आज झरिया कतरास के रहने वाली महिला कांवरिया भक्त सोनी देवी का पर्स और पैसे खो जाने की घटना घटी। वे जब मदद के लिए शिविर पहुंचीं, तो महामंडलेश्वर जी ने तुरंत उन्हें आर्थिक सहायता प्रदान की, जिससे उनका विश्वास और श्रद्धा और भी प्रगाढ़ हो गई।
किन्नर समाज का यह समर्पण और सेवा भाव समाज को एक नई दिशा देता है। महामंडलेश्वर सेवा शिविर न केवल भक्तों के लिए विश्राम स्थल है, बल्कि यह आस्था, सेवा और मानवता का संगम बन चुका है।
