देवघर : — भाई-बहन के पवित्र रिश्ते को मजबूत करने वाला रक्षाबंधन का पर्व इस वर्ष 9 अगस्त को धूमधाम से मनाया जाएगा। ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, इस दिन राखी बांधने का सबसे शुभ मुहूर्त सुबह 5:47 बजे से दोपहर 1:24 बजे तक रहेगा।
राखी बांधने की परंपरा :–इस पवित्र अवसर पर बहनें अपने भाई की कलाई पर राखी बांधकर उसकी लंबी उम्र, सुख-समृद्धि और अच्छे स्वास्थ्य की कामना करती हैं। परंपरा के अनुसार, सबसे पहले भाई के माथे पर चंदन या रोली का तिलक लगाया जाता है, फिर अक्षत (चावल) अर्पित किए जाते हैं। इसके बाद राखी बांधी जाती है और मिठाई खिलाकर शुभकामनाएं दी जाती हैं।
शुभ मुहूर्त का महत्व :–ज्योतिषाचार्यों का मानना है कि इस वर्ष रक्षाबंधन पर भद्रा काल का कोई प्रभाव नहीं रहेगा, जिससे बहनें सुबह से ही राखी बांधने का कार्य शुरू कर सकेंगी। तय मुहूर्त में किया गया राखी बंधन अत्यंत मंगलकारी माना जाता है, जो भाई-बहन के रिश्ते में और अधिक प्रेम व विश्वास जोड़ता है।
देशभर में तैयारियां जोरों पर :–बाजारों में रंग-बिरंगी राखियों की बहार है और मिठाई की दुकानों पर भीड़ देखने को मिल रही है। भाई-बहन दूर-दूर से मिलकर इस त्योहार को खास बनाने की तैयारी कर रहे हैं। सोशल मीडिया और ऑनलाइन माध्यमों से भी राखी भेजने का ट्रेंड बढ़ा है, जिससे विदेशों में रह रहे भाई-बहन भी इस रिश्ते की डोर को निभा पा रहे हैं।रक्षाबंधन का यह पर्व सिर्फ एक रीति-रिवाज नहीं, बल्कि भाई-बहन के बीच अटूट प्रेम, त्याग और भरोसे का प्रतीक है।
